सूना पति बिना संसार,
बिन परमेश्वर सूना मंदिर, बिंदिया बिना लिलार
रुला क्यों रहे हो मुझे मुरली वाले,
तुम्हारे बिना कौन हम को संभाले…..
ओ मैया मैहर वाली क्या तेरे मन में समाई,
जब दिल ना लगे तेरा श्याम हमारे घर आ जाना।
मैं तेरी पतंग सांवरे तेरे हथ डोर,
ओ कान्हा आ रे, तू आजा मोहन गिरधारी
तेरी शरण में आके, मैं धन्य हो गया,
ऐ री मेरे सतगुरु कृपा निधान,
यहाँ वहा मत डोल, प्राणी हरि हरि बोल,
कर हरि सुमिरन, हरि मिल जाएंगे ।।
तेरा हाथ है जो सर पर,
मुझको फिर किस बात का डर,
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