Je mukh wekha tera ta din chadhda mera,
घनश्याम तुम्हारे मंदिर में,
मैं तुम्हे रिझाने आई हूँ,
घुंघर वाले बाल तेरी ठोड़ी में हीरा लाल,
कंठ में आन बसो मैया मैं सुमिरु तेरा नाम,
सूना पति बिना संसार,
बिन परमेश्वर सूना मंदिर, बिंदिया बिना लिलार
रुला क्यों रहे हो मुझे मुरली वाले,
तुम्हारे बिना कौन हम को संभाले…..
ओ मैया मैहर वाली क्या तेरे मन में समाई,
जब दिल ना लगे तेरा श्याम हमारे घर आ जाना।
मैं तेरी पतंग सांवरे तेरे हथ डोर,
ओ कान्हा आ रे, तू आजा मोहन गिरधारी
You must be logged in to post a comment.