बिछड़े कभी ना हम,
मेरे श्याम तुमसे जीना सकू गा मैं सुन लो कसम से,
लगालो अपने चरणों से, श्री रघुवर कौशला नंदन,
मालपूरा तेरा सच्चा है धाम, सुनके कुशल गुरु तेरा मैं नाम
दाता दी रजा जी राजी रहना चाहिदा,
युग युग जीवे मेरे सतगुर प्यारे तू,
हर हाल विच मेरे काज सवारे तू.
मेरे दाता बड़े भोले भाले है,
मेरे सतगुरु बड़े निराले है…..
थारा देवल में बाजा रे बाजे, दिवला री जोत जगाई ऐ माँ,
किसने सजाया आपको, सांवरिया सरकार,
प्रभु जी काया की बन गई रेल,
रेल गाड़ी चलने वाली है,
भूखे हैं हम सांवरे तेरे ही प्यार के,
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