झिर मीर झिर मीर रे रामू प्यारा,
मेह पड़े जी कोई, चणना भिजे द्वार
Category: Holi geet
म्हारी चंद्र गौरजा, रतनारो खंभो दिख दूर स्यूं
मेले में जाऊं तो म्हाने,मिले पुराना रसिया सा।
झुक जाई रे हरिया पोदिना
सांवली सूरत पे भाभी, दिल दीवाना हो गया।
शालू सांगानेर शहर से, मंगा दे रसिया।
अरे एकली न जइयो, बारे एकली न जइयो
टाबरिया सयाणा हो गया रे,बादिला ईब तो मान।
रुत आई रे पपिया तेरे बोलणं की रे रुत आई रे
नैन नशीला थारा मद भरिया। काई भंवर सखा ने ,गहरा लाड लडाया ये, सहेली
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