काजल भरीयो कुंपलो कोई पडयो पलंग रे हेत कोरो काजलियो।काजल भरीयो कुंपलो कोई पडयो पलंग रे हेत कोरो काजलियो। इन काजलिये रे कारने ,कोई छोड़ा मायरे बाप कोरो काजलियो।काजल भरीयो कुंपलो ,कोई पडयो पलंग रे हेत कोरो काजलियो। मैं थाने बरजू साहिबा, कोई उँधाले मत आये कोरो काजलियो।उँधाले री रुत बुरी, कोई रातू ख़टमल खाए […]
Category: Holi geet
अरे गौरा गौरा गाल थारा, घूंघटिये मैं राखीजे -२ कि निजर कोई लग जावैली मेळै मैं।अरे गौरा गौरा गाल थारा, घूंघटिये मैं राखीजे -२ कि निजर कोई लग जावैली मेळै मैं। ओ-बांकड़ली मूंछया नै, थोड़ी नीची नीची राखीजे ।ओ-बांकड़ली मूंछया नै, थोड़ी नीची नीची राखीजे । कि गैल कोई पड़ जावेली मेळे मैं। अरे गौरा […]
सपेरा बीन बजावण दे, सपेरा बीन बजावण दे डोलण दे कालो नाग।सपेरा बीन बजावण दे, सपेरा बीन बजावण दे डोलण दे कालो नाग। मैं पीजा खावण वाली रे मन फलका लगे खराब।मैं पीजा खावण वाली रे मन फलका लगे खराब। फलका स्यूं काम चला ल्यूंगी जिमूली थारे साथ जिमूली थारे साथ खाऊंली थारे साथ।सपेरा बीन […]
आज्या रै परदेशी खड़ी नीम के तळे
ऐ मेरी भावज ऐ नैना रा बाण मत मार ऐ,
पल्लो लटक, र म्हारो पल्लो लटक
रूक ज्यायी ए रेल लुहारू की, मेरो कद परण्यो घर आव
नैणा रा लोभी कीकर आऊंसा
भाईजी गया बिजनोर, म्हार पगा में पड़ गई मोचर
आज रो मर्द यारो जोरु रो गुलाम है।
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