छोड़ दे औरा पे जलना कर ले काम भलाई के।
Category: विविध भजन
झुंझाले रा मैं तो दर्शन करसा,
सच्चे मन से नाकोड़ा, भक्त जो भी जायेगा,
पग रे बांध ने उन्दा रे लटके ,
अरे राम राम रे भाया राम राम रे,
मन से हंस बने मत कागा, संगत छोड़ दे खोटा की,
ऐसी पिला दे साक़ी बन जाये तू हमारा।
राम नाम के साबुन से जो मन का मैल छुड़ाएगा
जो प्रेम गली में आया नहीं,
प्रियतम का ठिकाना क्या जानं,
भजन की नहीं विचारी रे महरा मनवा नहीं विचारी रे
You must be logged in to post a comment.