सारे दीप जलाओ रे प्रभु राम आए है।
Category: राम भजन लिरिक्स
जुग जुग जियसु ललनवा,भवनवा के भाग जागल हो।
राम तेरी महिमा का कोई, पारावार नहीं।
राम रघुवर की प्राण प्रिया, भजो रे मन सिया सिया।
रामचंद्र प्रभु आया अवध में, दर्शन करवा चालो रे।
मेरे रोम रोम में बसते हैं श्री राम।
बाजे बाजे रे शहनाई जनक नगरी
सारी दुनिया में तेरी जय जयकार हो राम जी मेरा एक काम कर दो,
शबरी के बैरों में था प्रेम प्रेम की डोर बंधे भगवान,
आरती कीजै श्री रघुवर जी की
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