राम तेरी महिमा का कोई, पारावार नहीं। कण कण में है तू समाया, तेरे बिना संसार नहीं।तेरे बिना संसार नहीं।राम तेरी महिमा का कोई, पारावार नहीं।
सूरज चांद सितारों में, तेरी ही ज्योति रहती है।सूरज चांद सितारों में, तेरी ही ज्योति रहती है।तेरी ही ज्योति रहती है। वह दिल है अंधकार भरा, जिसमें तेरा दीदार नहीं।तेरे बिना संसार नहीं।राम तेरी महिमा का कोई, पारावार नहीं।
संसार में जो कुछ भी है, तू ही उसका स्वामी है।संसार में जो कुछ भी है, तू ही उसका स्वामी है।तू ही उसका स्वामी है। मोह माया में पड़कर के, जाता मेरा अहंकार नहीं।तेरे बिना संसार नहीं।राम तेरी महिमा का कोई, पारावार नहीं।
तु हें घट घट का, जानन हारा, तू ही अंतर्यामी है।तु हें घट घट का, जानन हारा, तू ही अंतर्यामी है।तू ही अंतर्यामी है। बिना तेरी दया के मेरा, हो सकता उद्धार नही।राम तेरी महिमा का कोई, पारावार नहीं।
भक्तों का तू ही रखवाला, दीन दुखियों का तूं त्राता।भक्तों का तू ही रखवाला, दीन दुखियों का तूं त्राता।दीन दुखियों का है तूं त्राता। तेरे बिना संसार का, हो सकता उपकार नहीं।राम तेरी महिमा का कोई, पारावार नहीं।
राम तेरी महिमा का कोई, पारावार नहीं। कण कण में है तू समाया, तेरे बिना संसार नहीं।तेरे बिना संसार नहीं।राम तेरी महिमा का कोई, पारावार नहीं।