मीठो बोले रे पपैयो रुत आई फागण री – 2
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।
गौरी जोवे बाट पिया की – 2
कह गया आवण री।
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।मीठो बोले रे पपैयो रुत आई फागण री – 2
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।
जेठ जेठानी सुख से सोवे, सोवे ननद नवेली रे ।
कुनसे जनम को बैर निकालयो, मैं सोउ एकली
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।मीठो बोले रे पपैयो रुत आई फागण री – 2
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।
रात में सोउ तो ढोला नींद कोनी आवे – 2
एकली सोउ तो मेरो जियो घबरावे है।
फेर फेर बस आडा रातू , बिताऊँ फागण री
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।मीठो बोले रे पपैयो रुत आई फागण री – 2
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।
चंदा तेरी चांदनी डागलिये पलँग लगायो रे ।
झुन झुन रोवे गौरडी साजन जी क्यो नही आये रे
तारा गिण गिण रात बिताऊँ , मैं तो फागण री।
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।मीठो बोले रे पपैयो रुत आई फागण री – 2
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।