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Holi geet

Meetho bole re papaiya rut aayi Fagan ri,मीठो बोले रे पपैयो रुत आई फागण री,holi geet

मीठो बोले रे पपैयो रुत आई फागण री

मीठो बोले रे पपैयो, रुत आई फागण री। – 2
मन मे आवे रे पिया, थारे सागे रेवन री।गौरी जोवे बाट पिया की ,गौरी जोवे बाट पिया की ,
कह गया आवण री।मीठो बोले रे पपैयो, रुत आई फागण री।
मन मे आवे रे पिया, थारे सागे रेवन री।मीठो बोले रे पपैयो, रुत आई फागण री – 2
मन मे आवे रे पिया, थारे सागे रेवन री।





जेठ जेठानी सुख से सोवे, सोवे ननद नवेली रे ।
कुनसे जनम को बैर निकालयो, मैं सोउ एकली
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।मीठो बोले रे पपैयो, रुत आई फागण री – 2
मन मे आवे रे पिया, थारे सागे रेवन री।





रात में सोउ तो ढोला, नींद कोनी आवे – 2
एकली सोउ तो मेरो, जियो घबरावे है।
फेर फेर बस आडा रातू , बिताऊँ फागण री
मन मे आवे रे पिया, थारे सागे रेवन री।मीठो बोले रे पपैयो, रुत आई फागण री – 2
मन मे आवे रे पिया, थारे सागे रेवन री।







चंदा तेरी चांदनी डागलिये, पलँग लगायो रे ।
झुन झुन रोवे गौरडी, साजन जी क्यो नही आये रे।तारा गिण गिण रात बिताऊँ , मैं तो फागण री।मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।मीठो बोले रे पपैयो रुत आई फागण री – 2
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री।

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