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Aaj bhagat bhagwan se puche mithi mithi baat tane kit jana se,आज भगत भगवान से पूछे मीठी मीठी बात तने कित जाना से,

आज भगत भगवान से पूछे मीठी मीठी बात तने कित जाना से।

तर्ज,जरा के गाड़ी

आज भगत भगवान से पूछे मीठी मीठी बात तने कित जाना से। आज भगत भगवान से पूछे मीठी मीठी बात तने कित जाना से।

किसना खाती नाम मेरा नगर अंजार में जाना से काम एक अटक्या महारा बहुत जरूरी जाना से। आये गया जो दया हो गई बिठा लिया जो साथ, नहीं पछताना से। आज भगत भगवान से पूछे मीठी मीठी बात तने कित जाना से।

सुनकर बात कन्हैया की नरसी ने झटका खाया। बड़े काम का मानस यो म्हारी गाड़ी में आया। पूछन लागया हर से नरसी कैसी लगी जमात, नहीं भरमाना से।आज भगत भगवान से पूछे मीठी मीठी बात तने कित जाना से।

बता नगर अंजार में तेरी के रिश्तेदारी। नानी बाई बहन धर्म की बेटी के ब्याह की तयारीखूब उड़ेगो माल बठे में जिमूंगा बारात,रिझके खाना से।आज भगत भगवान से पूछे मीठी मीठी बात तने कित जाना से।

भगता के दर्शन करके सारी दूर थकान हुई। आज ठिकाने पहुंच गयो थारी दया महान हुई। कितना खाती चाल पड्या जब जोड़े दोनों हाथ, काम निपटाना से ।आज भगत भगवान से पूछे मीठी मीठी बात तने कित जाना से।

करके इशारा चला गया आज वह फिर मुरली वाला। समझ नहीं कुछ पाया था नरसी भगत भोला भाला। जब छलिए की लीला समझी खत्म हुई जब बात, इब पछताना से।आज भगत भगवान से पूछे मीठी मीठी बात तने कित जाना से।

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