कब तक डगर डगर की जगत में ठोकर खायेगा
तू देख हार के श्याम मेरा नीले चढ़ आयेगा।
बिन मांगे देता संवारा क्या मांगे मुख खोल के,
लग जा लंबी लाइन में जय जय कारे बोल के,
हर हारे की नैया को ये आप चलाएगा,
तू देख हार के श्याम मेरा नीले चढ़ आएगा।
कब तक डगर डगर की जगत में ठोकर खायेगा
तू देख हार के श्याम मेरा नीले चढ़ आयेगा।
सेठो का ये सेठ कहाते दानी में महादानी,
सब के काम बनाते जग में बाबा शीश का दानी
बन के रौशनी श्याम तेरा जीवन चमकाएगा
तू देख हार के श्याम मेरा नीले चढ़ आएगा।
कब तक डगर डगर की जगत में ठोकर खायेगा
तू देख हार के श्याम मेरा नीले चढ़ आयेगा।
नालायक को लायक समझा ये तेरा उपकार है
धाम निराला जग में सच्ची सी सरकार है,
दास ये खाटू अन दाता गुण तेरे गायेगा,
तू देख हार के श्याम मेरा नीले चढ़ आएगा।
कब तक डगर डगर की जगत में ठोकर खायेगा
तू देख हार के श्याम मेरा नीले चढ़ आयेगा।