अरे चेत रे नर चेत रे
थारो चिड़िया चुग गयी खेत रे
नर नुगरा रे,
एजी अब तो मन में चेत रे
तू अब तो दिल में चेत रे
एजी चेत रे नर चेत रे
थारो चिड़िया चुग गयी खेत रे,नर नुगरा रे।
थारे गुरु के नाम से आंटी रे।
अब कुण चढ़ावे थारी घाटी रे
नर नुगरा रे।
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
गुरु के नाम से आंटी रे
अब कुण चढ़ावे थारी घाटी रे
नर नुगरा रे
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
एजी चेत रे नर चेत रे
थारो चिड़िया चुग गयी खेत रे
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
एजी चेत रे नर चेत रे
थारे गुरूजी बतावेगा भेद रे
ज्यासे कटे करम की रेख रे
नर नुगरा रे…………….
अरे अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
हे गुरूजी बतावे भेद रे
ज्यांसे छूटे जनम की कैद रे
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
अरे चेत रे नर चेत रे
थारो चिड़िया चुग गयी खेत रे
नर नुगरा रे…………….
अरे अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
थोड़ो समझ देख ले आखिर रे,
अब ढाढर खहिज्यो आखिर रे,
नर नुगरा रे…………….
अरे अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
थोड़ो समझ देख ले आखिर रे,
अब ढाढर खहिज्यो आखिर रे,
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
गुरु चरण दास की वाणी रे
जिन सार शब्द पहचानी रे
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
गुरु चरण दास की वाणी रे
जिन सार शब्द पहचानी रे
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
अरे चेत रे नर चेत रे
थारो चिड़िया चुग गयी खेत रे
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
थारे गुरु के नाम से आंटी
(मनमुटाव – दूरी ) रे
अब कुण चढ़ावे थारी घाटी रे
नर नुगरा रे
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
गुरु के नाम से आंटी रे
अब कुण चढ़ावे थारी घाटी रे
नर नुगरा रे
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
एजी चेत रे नर चेत रे
थारो चिड़िया चुग गयी खेत रे
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
एजी चेत रे नर चेत रे
थारे गुरूजी बतावेगा भेद रे
ज्यासे कटे करम की रेख रे
नर नुगरा रे…………….
अरे अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
हे गुरूजी बतावे भेद रे
ज्यांसे छूटे जनम की कैद रे
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
अरे चेत रे नर चेत रे
थारो चिड़िया चुग गयी खेत रे
नर नुगरा रे…………….
अरे अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
थोड़ो समझ देख ले आखिर रे,
अब ढाढर खहिज्यो आखिर रे,
नर नुगरा रे…………….
अरे अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
थोड़ो समझ देख ले आखिर रे,
अब ढाढर खहिज्यो आखिर रे,
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
गुरु चरण दास की वाणी रे
जिन सार शब्द पहचानी रे
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
गुरु चरण दास की वाणी रे
जिन सार शब्द पहचानी रे
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे
अरे चेत रे नर चेत रे
थारो चिड़िया चुग गयी खेत रे
नर नुगरा रे…………….
एजी अब तो मन में चेत रे
हाँ अब तो दिल में चेत रे