कैसो जादू डारो रे, अरे साँवरिया।
गूजरी बन दही बेचन गई मैं,
मारग में अटकायो रे, अरे साँवरिया।कैसो जादू डारो रे, अरे साँवरिया।
मेहरी बनके गई पनघट पे,
प्यासो बनके आयो रे, अरे साँवरिया।कैसो जादू डारो रे, अरे साँवरिया।
हिरनी बनके गई जंगल में,
नैनन तीर चलायो रे, अरे साँवरिया।कैसो जादू डारो रे, अरे साँवरिया।
मछरी बनके गई तालन पे,
मछुआ बनके आयो रे, अरे साँवरिया।कैसो जादू डारो रे, अरे साँवरिया।
मालिन बनके गई बागन में,
भौंरा बनके आयो रे, अरे साँवरिया।कैसो जादू डारो रे, अरे साँवरिया।
मुरली बनके लगी अधरन सों,
इक इक नस में समायो रे, अरे साँवरिया।कैसो जादू डारो रे, अरे साँवरिया।
Categories
Kaiso jadu daro re are sawariya,कैसो जादू डारो रे, अरे साँवरिया,krishna bhajan
कैसो जादू डारो रे, अरे साँवरिया।