आज ठाड़ो री बिहारी जमुना तट पे,
मत जइयो री अकेली कोई पनघट पे।
मोर को मुकुट, भृकुटिन की मटक,
मन गयो री अटक याके पीरे पट पे, मत जईयो री।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
मत जइयो री अकेली कोई पनघट पे।आज ठाड़ो री बिहारी जमुना तट पे,
मत जइयो री अकेली कोई पनघट पे।
नन्द जू को छौना, देख धीरज धरो ना,
डारो ऐसो कछु टोना, नटवर नट ने, मत जईयो री।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
मत जइयो री अकेली कोई पनघट पे।आज ठाड़ो री बिहारी जमुना तट पे,
मत जइयो री अकेली कोई पनघट पे।
अरी छोड़ कुल लाज, गोपी गईं भाज भाज,
या मुरलिया को राज, बंसीबट पे, मत जईयो री।
मत जइयो री अकेली कोई पनघट पे।आज ठाड़ो री बिहारी जमुना तट पे,
मत जइयो री अकेली कोई पनघट पे।
Categories
Aaj thado ri bihari jamuna tat pe,आज ठाड़ो री बिहारी जमुना तट पे,krishna bhajan
आज ठाड़ो री बिहारी जमुना तट पे,