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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Ghanshyam teri banshi pagal kar jati hai,घनश्याम तेरी बंसी,पागल कर जाती है,Krishna bhajan

घनश्याम तेरी बंसी,
पागल कर जाती है,

घनश्याम तेरी बंसी,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
पागल कर जाती है,
मुस्कान तेरी मोहन,
घायल कर जाती है ।

सोने की होती तो,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
क्या करते तुम मोहन,
ये बांस की होकर भी,
दुनिया को नचाती है ।घनश्याम तेरी बंसी,🌺
पागल कर जाती है,
मुस्कान तेरी मोहन,
घायल कर जाती है ।

तुम गोरे होते तो,🌺🌺🌺🌺🌺🌺
क्या कर जाते मोहन,
जब काले रंग पर ही,
दुनिया मर जाती है ।घनश्याम तेरी बंसी,🌺🌺
पागल कर जाती है,
मुस्कान तेरी मोहन,
घायल कर जाती है ।

दुःख दर्दो को सहना,🌺🌺🌺🌺🌺🌺
बंसी ने सिखाया है,
इसके छेद है सीने मे,
फ़िर भी मुस्काती है ।घनश्याम तेरी बंसी,🌺🌺
पागल कर जाती है,
मुस्कान तेरी मोहन,
घायल कर जाती है ।

कभी रास रचाते हो,🌺🌺🌺🌺🌺🌺
कभी बंसी बजाते हो,
कभी माखन खाने की,
मन में आ जाती है ।घनश्याम तेरी बंसी,🌺
पागल कर जाती है,
मुस्कान तेरी मोहन,
घायल कर जाती है ।

घनश्याम तेरी बंसी,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
पागल कर जाती है,
मुस्कान तेरी मोहन,
घायल कर जाती है ।

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