शिव त्रिपुरारी,भोले भंडारी, तुम कैलाशी हो। घट घट वासी हो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺देवों के महादेव कुहाते,दुखियों के साथी हो। घट घट वासी हो।
तीनों लोकों में डंका बाजे,तुम अविनाशी हो।घट घट वासी हो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺शिव त्रिपुरारी,भोले भंडारी, तुम कैलाशी हो। घट घट वासी हो।
शिव वरदानी औघड़ दानी,बसते काशी हो।घट घट वासी हो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺शिव त्रिपुरारी,भोले भंडारी, तुम कैलाशी हो। घट घट वासी हो।
शिव के नाम का सुमिरन प्यारा,दूर उदासी हो।घट घट वासी हो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺शिव त्रिपुरारी,भोले भंडारी, तुम कैलाशी हो। घट घट वासी हो।