तर्ज,दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है
कीर्तन मे अब रंग बरसने वाला है,🌺🌺🌺🌺
देखो देखो आ गया बजरंग बाला है,
जहाँ जहाँ कीर्तन प्रभु का होता है,
नाचे हनुमत होकर के मतवाला है,
कीर्तन मे अब रंग बरसने वाला है,
देखो देखो आ गया बजरंग बाला है।।
पाँव में घुँघरू बँधे है,हाथ में करताल,🌺🌺🌺
ठुमक ठुमक कर झूमता है,अंजनी का लाल,
पी रहा मस्ती का भर भरकर प्याला है,
देखो देखो आ गया बजरंग बाला है,
कीर्तन मे अब रंग बरसने वाला हैं,
देखो देखो आ गया बजरंग बाला है।।
राम का दरबार हो या,श्याम का दरबार,🌺🌺
रहता है हनुमान हरदम,सेवा में तैयार,
अपने प्रभु का ये तो भक्त निराला है,
देखो देखो आ गया बजरंग बाला है,
कीर्तन मे अब रंग बरसने वाला हैं,
देखो देखो आ गया बजरंग बाला है।।
भक्ति का भण्डार है ये,प्रेम का सागर,🌺🌺🌺
माँग लो अनमोल धन ये,हाथ फैला कर,
खुलवा लो जो बंद करम का ताला है,
देखो देखो आ गया बजरंग बाला है,
कीर्तन मे अब रंग बरसने वाला हैं,
देखो देखो आ गया बजरंग बाला है।।