कान्हा नहीं माने रे नहीं माने,मचल रहे चंदा को।
समझा रही है मात यशोदा,🌺🌺🌺🌺🌺
समझा रही है मात यशोदा,
नन्द बाबा लगे है समझाने,मचल रहे चंदा को,
कान्हा नही माने रे नही माने,मचल रहे चंदा को।।
कहे मैया से वो रो रो के,चंदा मामा ही मै लूँगा,
ले लो सारे खिलोने मेरे,मै तो चंदा से खेलूँगा,
वो तो अपनी ही जिद है ठाने रे,मचल रहे चंदा को,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
कान्हा नही माने रे नही माने,
मचल रहे चंदा को।।
मैया ने तरकीब लगाई,थाली में पानी भर लाई।देखी चंदा की परछाई,मचल रहे चंदा को,🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
कान्हा नही माने रे नही माने,
मचल रहे चंदा को।।