मेरे पिछवारे गैल, गाड़ा ररकत में सुनूं ओ माय।को जाको गाड़ी हाकनहार,कौन बैठी जात है ओ माय।
लांगूर गाड़ी हांकनहार,मैया बैठी जात है ओ माय।चलो पिया दोऊ मिल जाये, परसें देवी जालपा ओ माय।
परसेंगे लट छूटकार,पैर पटोल की धोबती ओ माय।तुम धन्न बावरी गंवार, दोऊ ये चाले ना बने ओ माय।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चलो पिया दोऊ मिल जाये, परसें देवी जालपा ओ माय।परसेंगे लट छूटकार,पैर पटोल की धोबती ओ माय।
घर बहुअर और धीय, बाउए छोड़े ना बने ओ माय। धिय पठहाय देऊं ससुराल,बहुए घरवर सौंपीये ये माय।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चलो पिया दोऊ मिल जाये, परसें देवी जालपा ओ माय।
घर दूध और पुत, बाउये छोड़े ना बने ओ माय।दूध गुजरिया ये देऊ,पुत ये संग लगाइए ओ माय।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चलो पिया दोऊ मिल जाये, परसें देवी जालपा ओ माय।
घर घोड़ी और भैंस,बाउये छोड़े ना बने ओ माय।घोड़ी तो बांधो घुड़सार,भैंस ये सानी दे चलो ओ माय।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चलो पिया दोऊ मिल जाये, परसें देवी जालपा ओ माय।परसेंगे लट छूटकार,पैर पटोल की धोबती ओ माय।
घर अन्न और धन,बाउये छोड़े ना बने ओ माय। अन्न कुठरिया ये धर देऊ,धन ये धरती गाड़िए ओ माय।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चलो पिया दोऊ मिल जाये, परसें देवी जालपा ओ माय।परसेंगे लट छूटकार,पैर पटोल की धोबती ओ माय।
देख चना को खेत,मन ना डिगायिये ओ माय।जो मन डिगरन होय,मोल लेकर खाइए ओ माय।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चलो पिया दोऊ मिल जाये, परसें देवी जालपा ओ माय।परसेंगे लट छूटकार,पैर पटोल की धोबती ओ माय।
देख पराई नार,मन ना डिगायिये ओ माय।।जो मन डिगरन होय,बहना कह के बोलिए ओ माय।चलो पिया दोऊ मिल जाये, परसें देवी जालपा ओ माय।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺परसेंगे लट छूटकार,पैर पटोल की धोबती ओ माय।
देख परायों पुत,मन ना डिगायिये ओ माय।।जो मन डिगरन होय,गोद ले खिलाईये ओ माय।चलो पिया दोऊ मिल जाये, परसें देवी जालपा ओ माय।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺परसेंगे लट छूटकार,पैर पटोल की धोबती ओ माय।
घर गेहूंन की रास,बाउये छोड़े ना बने ओ माय।गेहूं तो डालो पिसवाय,आवत होम रचायिए ओ माय।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चलो पिया दोऊ मिल जाये, परसें देवी जालपा ओ माय।परसेंगे लट छूटकार,पैर पटोल की धोबती ओ माय।