तर्ज,श्याम धनी तेरे नाम से गुजारा हमारा
सेवा पूजा कर नहीं पाया, हुं किस्मत का मारा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
तेरे भक्तों के घर मे बाबा,देना जनम दोबारा।
मात-पिता मुझे ऐसे देना,जो तेरी ज्योत जलाते।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
भाई-बहन मुझे ऐसे देना,जो तेरे दर पे आते।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
पुत्र मुझे तू ऐसा देना, जो तेरी आंखों का तारा।तेरे भक्तों के घर मे बाबा,देना जनम दोबारा।
दिल देना तो ऐसा देना, जो बस तुमसे प्यार करे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
हर सगे-संबंधी से भी ज्यादा, तुझपे वो ऐतबार करे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
इस दिल से जब भी निकलेगा, तेरा ही हो जयकारा।तेरे भक्तों के घर मे बाबा,देना जनम दोबारा।
गली-मोहल्ला ऐसा देना, जहां पे तेरी भक्ति हो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
मेरे पड़ोसी ऐसे देना, जो तेरी चर्चा करते हो।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
भक्ति मंडल मुझे ऐसा देना, जो मेरे संग तुझे पुकारा।तेरे भक्तों के घर मे बाबा,देना जनम दोबारा।
सेवा पूजा कर नहीं पाया, हुं किस्मत का मारा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
तेरे भक्तों के घर मे बाबा,देना जनम दोबारा।