तर्ज,सासु लड़ मत
तेरे संग में रहूंगी,मेरी अंबे मां,में तेरी ही रहूंगी, मेरी अंबे मां।
तुम मैया बनो मैं बेटी बनूं।२। तेरे चरणों की सेवा करूं अंबे मां।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺तेरे संग में रहूंगी,मेरी अंबे मां।में तेरी ही रहूंगी, मेरी अंबे मां।
तुम सूरज बनो, मैं चंदा बनूं।२। तेरी ज्योत में आकर मिलूं अंबे मां।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺तेरे संग में रहूंगी,मेरी अंबे मां,में तेरी ही रहूंगी, मेरी अंबे मां।
तुम चंदा बनो, मैं चकोरी बनूं।२। तेरी यादों में हरदम, रहूं अंबे मां।२।🌺🌺🌺🌺🌺तेरे संग में रहूंगी,मेरी अंबे मां,में तेरी ही रहूंगी, मेरी अंबे मां।
तुम बिंदिया बनो,में टीका बनूं।२।तेरे माथे पे हरदम, सजूं मेरी मां।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺तेरे संग में रहूंगी,मेरी अंबे मां,में तेरी ही रहूंगी, मेरी अंबे मां।
तुम वक्ता बनो,में श्रोता बनूं।२।जगराते में आकर,नाचूं मेरी मां।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺तेरे संग में रहूंगी,मेरी अंबे मां,में तेरी ही रहूंगी, मेरी अंबे मां।