तर्ज,अंखियों के झरोखे से
एक तूं ही आश मेरी एक तूं ही सहारा।तेरे नाम से बाबा मेरा, चलता है गुजारा।🌺🌺एक तेरे भरोसे पे,सब बैठा हूं हार के।जब कुछ ना नजर आए,एक तूं ही नजर आए।एक तूं ही नजर आए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺अंखियों में नमी सी हो,दिल बैठा हो हार के।उलझन मेरे जीवन की,एक तूं ही तो सुलझाए।
कभी सोचता है ये दिल मेरा,तूने क्या क्या किया है।जिस चीज के लायक नहीं,तूने वो भी दिया है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 तूं ऐसा दयालु है, छूले पत्थर जो प्यार से।फूल उसमे भी खिल जाए।फूल उसमे भी खिल जाए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अंखियों में नमी सी हो,दिल बैठा हो हार के।उलझन मेरे जीवन की,एक तूं ही तो सुलझाए।
बाबा मुझे मिल जाए,चरणों में ठिकाना।तेरे नाम से जाने मुझे,ये सारा जमाना।🌺🌺तेरी सेवा में सांवरे,जीवन ये गुजर जाए।जब कुछ ना नजर आए,एक तूं ही नजर आए।एक तूं ही नजर आए।🌺🌺🌺🌺🌺🌺अंखियों में नमी सी हो,दिल बैठा हो हार के।उलझन मेरे जीवन की,एक तूं ही तो सुलझाए।