तर्ज,धरती धोरा री
चालो चालो खाटू धाम,वहां विराजे बाबो श्याम, बनजाय बिगड़या हुवा काम।चालो खाटू जी,चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।
ऊंचे नीचे रेत के टीले,दूर से दिखते निशान हठीले,केसरिया और पीले पीले,चालो खाटू जी।२।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺जाकर एक निशान उठा लो,बाबा श्याम की किरपा पालो,अपने सोए भाग्य जगालो।चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।
चालो चालो खाटू धाम,वहां विराजे बाबो श्याम, बनजाय बिगड़या हुवा सब काम।चालो खाटू जी,चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।
प्रगटी जहां से मूरत प्यारी।२।है उस कुंड की महिमा न्यारी।उमड़े लाखों नर और नारी।चालो खाटू जी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺ये तो कुंड बड़ा मनभावन।जल है गंगा जल सा पावन।बरसे श्याम कृपा का सावन।चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।
चालो चालो खाटू धाम,वहां विराजे बाबो श्याम, बनजाय बिगड़या हुवा सब काम।चालो खाटू जी,चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।
मंदिर श्याम का लागे प्यारा। जैसे अंधकार में तारा। बरसे वहां है प्रेम की धारा।चालो खाटू जी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺अटल सिंहासन श्याम विराजे। ढोलक शंख नगाड़ा बाजे। सेवक मगन होय कर नाचे।चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।
चालो चालो खाटू धाम,वहां विराजे बाबो श्याम, बनजाय बिगड़या हुवा सब काम।चालो खाटू जी,चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।
कलियुग का ये देव कुहावे।बाबा सांचों न्याय चुकावे।एकपल भी ना देर लगावे।चालो खाटू जी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺सूरज चंदा आरती गावे।सेवक रंग गुलाल उड़ावे।बाबा दोनों हाथ लुटावे।चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।
चालो चालो खाटू धाम,वहां विराजे बाबो श्याम, बनजाय बिगड़या हुवा सब काम।चालो खाटू जी,चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।चालो खाटू जी।