दीनबंधु दीनानाथ मेरी डोरी तेरे हाथ।डोरी ले लो अपने हाथ,तब बैठूं चरणों के पास।
डोरी कर दूं तेरे हवाले,लहर लहर प्रभु आप सम्हाले।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺दो कर जोड़ है विनती खास,तब बैठूं चरणों के पास।
दीनबंधु दीनानाथ मेरी डोरी तेरे हाथ।डोरी ले लो अपने हाथ,तब बैठूं चरणों के पास।
जैसी तैसी हूं प्रभु तेरी,डोरी पकड़ो करो ना देरी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कई जन्मों की है ये आश,तब बैठूं चरणों के पास।
दीनबंधु दीनानाथ मेरी डोरी तेरे हाथ।डोरी ले लो अपने हाथ,तब बैठूं चरणों के पास।
खुल जाए तेरा ब्रह्म द्वार,अमृत रस का हो संचार।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तुझ पर हो सच्चा विश्वास,तब बैठूं चरणों के पास।
दीनबंधु दीनानाथ मेरी डोरी तेरे हाथ।डोरी ले लो अपने हाथ,तब बैठूं चरणों के पास।
दुर्गुण अवगुण द्वेष रहे ना,इच्छा कोई शेष रहे ना। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कट जाए मृत्यु का पाश,तब बैठूं चरणों के पास।
दीनबंधु दीनानाथ मेरी डोरी तेरे हाथ।डोरी ले लो अपने हाथ,तब बैठूं चरणों के पास।