तर्ज,धमाल
में तो बनके दीवानी, सांवरिया की नाचूं रे छम छम।में तो बन के दीवानी।🌺🌺🌺खाटू वाला अपने प्यार की छेड़ रहा सरगम।में तो बनके दीवानी।
जग की कोई परवाह नही है,कोई हंसता तो हंसता रहे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺भूल के सबकुछ श्याम प्रभु में,में तो हुई मगन।में तो बनके दीवानी,
में तो बनके दीवानी, सांवरिया की नाचूं रे छम छम।में तो बन के दीवानी।🌺🌺🌺खाटू वाला अपने प्यार की छेड़ रहा सरगम।में तो बनके दीवानी।
श्याम नाम की ओढ़ चुनरिया, हुई बावली श्याम की।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺सुबह शाम यादों में श्याम की,की खोई रहूं हरदम।में तो बनके दीवानी।
में तो बनके दीवानी, सांवरिया की नाचूं रे छम छम।में तो बन के दीवानी।🌺🌺🌺खाटू वाला अपने प्यार की छेड़ रहा सरगम।में तो बनके दीवानी।
रंग झड़ जाए जिस पर श्याम का उतरे कभी न रंग।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺रंग चटकारे है श्याम का कुंदन,होता कभी ना कम।में तो बनके दीवानी।
में तो बनके दीवानी, सांवरिया की नाचूं रे छम छम।में तो बन के दीवानी।🌺🌺🌺खाटू वाला अपने प्यार की छेड़ रहा सरगम।में तो बनके दीवानी।