तर्ज, खम्मा खम्मा ओ धणिया
अर्जी थे म्हारी सुनियो सालासर वाला।आओ पधारो बजरंग बाला,म्हारा सालासर वाला।
बालपने में बाबा थारो,तेज अपार थो।सूरज ने मुख माही मेल्यो, फैल्यो अंधकार थो।बजरंग है नाम थारो,अंजनी लाला,म्हारा सालासर वाला।
अर्जी थे म्हारी सुनियो सालासर वाला।आओ पधारो बजरंग बाला,म्हारा सालासर वाला।
रामजी का कारज सारया,देर ना लगाई थी।सो योजन सागर ने लांघ्यों,एक छलांग लगाई थी।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹सिया की सुधि ल्यायो तत्काला,म्हारा सालासर वाला।
अर्जी थे म्हारी सुनियो सालासर वाला।आओ पधारो बजरंग बाला,म्हारा सालासर वाला।
लंका ने जलाई पल में, लक्ष्मण प्राण बचायो थो।द्रोणागिरी पर्वत पर जाकर,संजीवन तू ल्यायो थो।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹ध्यान प्रभु को हरदम रखने वाला,म्हारा सालासर वाला।
अर्जी थे म्हारी सुनियो सालासर वाला।आओ पधारो बजरंग बाला,म्हारा सालासर वाला।
असुर निकंदन सब दुःख भंजन,राम नाम मतवारा जी।संकट मोचन करो कृपा थे,भक्तों का रखवाला जी।🌹🌹🌹🌹🌹सेवक हां थारा,लाल लंगोटे वाला,म्हारा सालासर वाला।
अर्जी थे म्हारी सुनियो सालासर वाला।आओ पधारो बजरंग बाला,म्हारा सालासर वाला।