तर्ज, कन्हैया ले चल परली पार
तुलसां कर आई चारों धाम,जाने कहां लेगी विश्राम।२।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹तुलसी प्यारी हर पटरानी,२।तोहे कोटिन कोटि प्रणाम।तुलसां कर आई चारों धाम।२
पहलो विश्राम वाने,हरिद्वार में पायो।हरिद्वार में पायो वाने हरिद्वार में पायो।२।🌹🌹🌹🌹वहां पे कैसे करे स्नान,जाने कहां लेगी विश्राम।२।
तुलसां कर आई चारों धाम,जाने कहां लेगी विश्राम।२।
दूजा विश्राम वाने,गोवर्धन में पायो।२।गोवर्धन में पायो वाने,गोवर्धन में पायो।🌹वहां पे कैसे गिरवर उठाय,जाने कहां लेगी विश्राम।
तुलसां कर आई चारों धाम,जाने कहां लेगी विश्राम।२।
तिजा विश्राम वाने, बंसीवट में पायो।२। बंसीवट में पायो,वाने बंसीवट में पायो।🌹वहां पे कैसे बंसी बजाय,जाने कहां लेगी विश्राम।
चौथा विश्राम वाने, मधुवन में पायो।२।मधुवन में पायो,वाने मधुवन में पायो।🌹 वहां पे कैसे रास रचाय,जाने कहां लेगी विश्राम।२।
तुलसां कर आई चारों धाम,जाने कहां लेगी विश्राम।२।
पूरा विश्राम वाने, वृंदावन में लिंहो।२।वृंदावन में लिंहो वाने वृंदावन में लिंहो। वहां पे मिल गए शालिग्राम, तुलसां वहां लेगी विश्राम।२।
तुलसां कर आई चारों धाम,जाने कहां लेगी विश्राम।२।