तर्ज, ओ बालाजी महाराज,महाराज थारा जग में डंका बाज रहया
हठ कर रही गोरा नार,हो नार,महादेव चुनरिया ला दो ना।
चाहे गंगा बिको चाहे जमुना बिको।२।चाहे बिक जाए चारूं धाम, ओ धाम।२।महादेव चुनरिया ला दो ना।
हठ कर रही गोरा नार,हो नार,महादेव चुनरिया ला दो ना।
चाहे कुंडल बिको चाहे माला बिको।२।चाहे बिक जाए काले नाग, ओ नाग।२।महादेव चुनरिया ला दो ना।
हठ कर रही गोरा नार,हो नार,महादेव चुनरिया ला दो ना।
चाहे डमरू बिको चाहे ढोलक बिको।२ चाहे धुना चिमटा साथ, ओ साथ,२।महादेव चुनरिया ला दो ना।
हठ कर रही गोरा नार,हो नार,महादेव चुनरिया ला दो ना।
चाहे हुंडी बिको चाहे सोटा बिको।२।चाहे बिक जाय तेरा बाघ, ओ बाघ,महादेव चुनरिया ला दो ना।
हठ कर रही गोरा नार,हो नार,महादेव चुनरिया ला दो ना।
चाहे सूरज बिको चाहे चंदा बिको।२।चाहे बिक जाय तारे हजार, ओ हजार,२।महादेव चुनरिया ला दो ना।
हठ कर रही गोरा नार,हो नार,महादेव चुनरिया ला दो ना।
गोरा दिल की तूं भोली लागे है।२।हम दोनों रहेंगे साथ, ओ साथ,२।महादेव चुनरिया ला दो ना।
हठ कर रही गोरा नार,हो नार,महादेव चुनरिया ला दो ना।