तर्ज, म्हारो बेडो पार लगा दिज्यो
चरखा रो भेद बता दे रे,कातन वाली नार।कातन वाली नार सुंदरी,कातन वाली नार।चरखा रो भेद बता दे रे,कातन वाली नार।
बन जायो बन उपनियो,बन में किन्हाे बास।एक अचंभों एसो देखयों,बेटी जाया बाप।चरखा रो भेद बता दे रे,कातन वाली नार।
बेटी कहे बाप ने, अनजाया वर ल्याय।अनजाया वर ना मिले तो,थारो म्हारो ब्याह।चरखा रो भेद बता दे रे,कातन वाली नार।
देवराणी घर मांडो राच्यों,जेठानी घर ब्याह।देवरिया रे ब्याह में, ननदल फेरा खाय।चरखा रो भेद बता दे रे,कातन वाली नार।
सासु मरजा सूसरो मरजा,परनेडो मर जाय।मत मरजे खाती का बेटा,जिन चरखो दियो बनाय।चरखा रो भेद बता दे रे,कातन वाली नार।
चरखो म्हारो रंग रंगीलो, पुनी लाल गुलाब। कातन वाली नार सुंदरी,लूडलूड काते तार।चरखा रो भेद बता दे रे,कातन वाली नार।
चरखो चरखो सब कहे, चरखो लिख्यों ना जाय।चरखो लिख्यों दास कबिरो आवागमन छूट जाय।🌹🌹🌹🌹🌹🌹चरखा रो भेद बता दे रे,कातन वाली नार।
चरखा रो भेद बता दे रे,कातन वाली नार।कातन वाली नार सुंदरी,कातन वाली नार।चरखा रो भेद बता दे रे,कातन वाली नार।