कान्हा रे बागा में झूला घाल्या,२।🌹🌹म्हारे बाग में झूलन आईजयों,म्हारा श्याम सुंदर सा।
कान्हा रे रूत झूलन की आई।२।राधा ने साग ल्याईज्यो म्हारा श्याम सुंदर सा।
कान्हा रे मोर पपिहा बोले।२।कानों में मिसरी घोले म्हारा श्याम सुंदर सा।
कान्हा रे रिमझिम सावन बरसे।२।थाने मिलने मनडो तरसे म्हारा श्याम सुंदर सा।
कान्हा रे मुरली मधुर सुनादे।२।म्हारे हीये उठे रे हिलोर म्हारा श्याम सुंदर सा।
कान्हा रे बेगो बेगो आज्या।२।मधुवन में जोऊं बाट म्हारा श्याम सुंदर सा।
कान्हा रे बणगी में दीवानी।२।अब थासुं काँई छानी म्हारा श्याम सुंदर सा।
कान्हा रे बागा में झूला घाल्या,२।🌹🌹म्हारे बाग में झूलन आईजयों,म्हारा श्याम सुंदर सा।