बनवारी रे जीने का सहारा तेरा नाम रे।मुझे दुनियां वालों से क्या काम रे।
झूठी दुनिया झूठे बंधन, झूठी है ये माया। झूठा सांस का आना जाना, झूठी है यह काया।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 ओ यहां सांचा तेरा नाम रे।मुझे दुनियां वालों से क्या काम रे।
रंग में तेरे रंग गए गिरधर, छोड़ दिया जग सारा। बन गए तेरे प्रेम के जोगी, लेकर मन इकतारा। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 ओ मुझे प्यारा तेरा धाम रे। मुझे दुनियां वालों से क्या काम रे।
दर्शन तेरा जिस दिन पाऊं, हर चिंता मिट जावे। जीवन मेरा इन चरणों में, आस की ज्योत जगावे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 ओ मेरी बाहें पकड़ लो श्याम रे। मुझे दुनियां वालों से क्या काम रे।
बनवारी रे जीने का सहारा तेरा नाम रे।मुझे दुनियां वालों से क्या काम रे।