तर्ज,क्या लेके आया बंदे
जो रावण ने सीता चुराई न होती,तो हनुमत ने लंका,जलाई ना होती।
वो पंडित था ज्ञानी, ब्रह्मा का प्यारा। २। सीता जी की खातिर,वो भी गया मारा।रघुवर ने शक्ति, दिखाई ना होती।🌹🌹🌹तो रावण ने मुक्ति,पाई ना होती।जो रावण..
लंका से लाए सीता,रघुवर की इच्छा।२।सीताजी ले ली फिर,अग्नि परीक्षा।🌹🌹राम लखन संग सीता,आई ना होती।🌹🌹तो घर घर दिवाली,मनाई ना होती।जो रावण…
धोबी और धोबिन ने,किया है फजिता।२।त्यागी है रघुवर ने,प्यारी वो सीता।🌹🌹पति की जो बात सीता,निभाई ना होती।🌹तो धरती में सीता,समाई ना होती।जो रावण
जो रावण ने सीता चुराई न होती,तो हनुमत ने लंका,जलाई ना होती।