जय तुलसी माता,मैया जय तुलसी माता।सब जग की सुख दाता,जय तुलसी माता।
सब योगों के ऊपर,सब रोगों के ऊपर।🌹 रूज से रक्षा करके भव त्राता।जय तुलसी माता।
बटू पुत्री है श्यामा,सुर बल्ली है ग्राम्या।🌹विष्णु प्रिय जो नर तुमको सेवे।🌹🌹🌹सो नर तर जाता।जय तुलसी माता।
त्रिभुवन से हो वंदित,हरी के शीश विराजत। पतित जनों की तारिणी, विख्याता।जय तुलसी माता।
आई दिव्य भवन में,लेकर जन्म विजन में।मानव लोक तुम्ही से,सुख संपत्ति पाता।जय तुलसी माता।
हरी को तुम अति प्यारी,श्याम वरण कुमारी।प्रेम अजब है उनका,तुमसे कैसा नाता।जय तुलसी माता।
जय तुलसी माता,मैया जय तुलसी माता।सब जग की सुख दाता,जय तुलसी माता।