आ लौट के आजा हनुमान, तुझे श्री राम बुलाते है। बचा लक्ष्मण के अब तो प्राण, तुझे भगवान बुलाते हैं। आ लौट के…
गए पवनसुत लाने संजीवन, वापस अभी तक ना आए। सेनापति सुग्रीव पुकारे, नर वानर कुंभलाए।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 सब लोग भए सुनसान, तुझे भगवान बुलाते हैं।आ लौट के आजा हनुमान तुझे श्री राम बुलाते है
कभी तड़पते कभी बिलखते, जी भर प्रभु रोते। हाय लखन तुम, अपनी मात के हो इकलौते बेटे।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 यूं रुदन करत है महान, तुझे भगवान बुलाते हैं।आ लौट के आजा हनुमान तुझे श्री राम बुलाते है।
बीत गई सब रैन घड़ी भर,रही रैन अब बाकी। देख देख कर राह तुम्हारी, बैरन अखियां थाकि।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 कहीं उदय ना हो जाए भान, तुझे भगवान बुलाते हैं।आ लौट के आजा हनुमान तुझे श्री राम बुलाते है।
प्रातः समय हनुमान संजीवन, ले सेना में आए। भक्त मंडली धन्य बजरंगी, लक्ष्मण प्राण बचाए।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 तब जाग उठे बलवान, तुझे भगवान बुलाते हैं।आ लौट के आजा हनुमान तुझे श्री राम बुलाते है।