शिव बम बम भोले भोले,बाघम्बर बिछाए बैठे पिए भंग के गोले। शिव बम बम भोले भोले।
कैलाश पर्वत से चले शिव शंकर,मथुरा नगरी आए।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙तेरे लाल का दर्श करा दे,शिव जोगी फरमाए। अगड़ बम शिव अगड़ बम वहां, थाम दिए है डोले। शिव बम बम भोले भोले।
ले जोगी तने भीख में डालूं, जोग सफल होय जाय।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙तेरा रूप भयंकर बाबा,मेरा लाल डर जाय।🌙हाथ जोड़कर कहे यशोदा,वापस घर को आए। शिव बम बम भोले भोले।
न चाहिए तेरी धन और दौलत, न चाहिए तेरी माया।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙बहुत दूर से चलकर आया,दर्शन कर नही पाया।🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙🌙भोलेनाथ जो कहे प्रेम से, लाला अंखिया खोले। शिव बम बम भोले भोले।