गोर भुवावण चाल्या राज, झिलमिल फुलड़ो पाट को
Category: gangor geet
थारा घोड़लिया सिणगार ओ ब्रह्मादासजी रा ईसरदास,
म्हारे बाबा जी रे जिक मारे ताऊजी रे मंडी गणगौर ओ रसिया,
म्हारे माथा में मैमाद ल्याओ रंगरसिया, गैरोजी फूल गुलाब को
लुम्बी ल्याजो जी ओजी म्हारा ईसरजी ओ उमराव,
करुवा रे करुवा आठ कुंबा नो बावड़ी,
महार माया, म्हार माथा न मैभव ल्यावो
देखो मोरो संयों ए, ब्रह्मादासजी क छाव की गनगोर
ईसरदास बीरा लीलड़ी पलांण क टिक्की ल्यादो जड़ाव की जी
हरिया ए झुंवारा, गोंवला सा प्यारा, तो सिर से ऊंचा होरवा जी
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