करुवा रे करुवा आठ कुंबा नो बावड़ी, करावा रे करुया सोला सो पणिहारिन महादेवजी,
ओजी सदा शिवजी कद की गोरां छेद ओलमा । गोरा ए मोरां कुणसो कुंवो बाप को। गोरा ए गोरां कणसो सासर बाड़ महादेवजी, ओजी सदा शिवजी कद की गोर छेद ओलमा।
गोरां ए गोरां कुण स कुंबो थे भरो, गोरां ए गोरों कुण स सब संसार महादेवजी। ओजी करुवा रे करुवा ऊर ल कुंवा म्हे भरा,
करुवा रे करुवा पर ल सब संसार महादेवजी।
करुवा र करुवा गैला म जाता बटाऊड़ा, करुवा र करुवा मटकी माट ऊठाये महादेवजी। गोरां ए गोरां म्हे थान माट उठायेस्यां। गोरां ए गोरां थे म्हा न कर्यों कार्यों द्यो महादेवजी।
करुवा र करुवा हाथां का देस्या मून्दडा, करुवा र करुवा और गला को हार महादेवजी। गोरां ए गोरां पत्थर फोड़ा सुन्दड़ी, ‘ए गोरी नदी ये भूहावां थारो हार महादेवजी।
गोरां ए गोरां गलको लेस्यां कांचवो, गोरां ए गोरी जा म बसए शरीर महादेवजी। ओजी करुवा रे करुवा म्हारो तो कांचवो बिष भरयो,
करुवा रे करुवा छूवतड़ी मर जाय महादेवजी ।
ओजी- गोरां ए गोरां धारो तो कांचवा विष भरयो, गोरां ए गोरां री के र हवाल महादेवजी। ओजी”करुवा ए करुवा म्हारो तो परण्यो पातलो, करुवा र करुवा लहर उतार बासिक नाग महादेवजी।
गोरा ए गोरां म्हे भी तो परण्या पातला, गोरां ए गोरां लहर उतार, बासिक नाग महादेवजी। करुवा र करुवा ओर छली पर नारियां, करुवा र करुवा आप छली घर नार महादेवजी।
करुवा रे करुवा आठ कुंबा नो बावड़ी, करावा रे करुया सोला सो पणिहारिन महादेवजी,