सैयां इंण नगरी मं फूलड़ा दोय बड़ा,
Category: gangor geet
पेलो हिंडोलो मंडल ओ बीरा दूजो कोई गढ़ गुजरात
इशर दस जीन सोव पीली पागड़ी ए मांय
हिन्डो मांडयो रे बीरा चम्पल री डाल
ओ गुण ए गोरो डाल मरोड़,
ओ कुण तोड़ ए बीरा मरवा रा पान,
म्हे हरीया गोबर गंवली दयां, मोत्यां चोक पूराय स्यां
मीठे रस से भरयोडी गवरल राणी लागे,
घर आंगन को सजवालो जरा मेरी गवरल आने वाली है।
गणगौर मेरे घर आई मैं तो झूम झूम बांटू बधाई।
You must be logged in to post a comment.