मीठे रस से भरयोडी गवरल राणी लागे, महाराणी लागे, म्हाने प्यारो प्यारो चेत रो महीनो लागे।
ईसर जी तो सांवला गवरल गौरी गौरी। रायपुर में धूम मचावे हेमाजल जी री छोरी।रूप रस की भरयोड़ी गवरल राणी लागे, महाराणी लागे, म्हाने प्यारो प्यारो चेत रो महीनो लागे।मीठे रस से भरयोडी गवरल राणी लागे, महाराणी लागे, म्हाने प्यारो प्यारो चेत रो महीनो लागे।
ना भावे म्हाने माखन मिश्री ना भावे मिठाई। म्हारी जीभडल्या न भाव गवरल नाम मिठाई।।अमृत की सी मीठी प्यारी गवरल राणी लागे, महाराणी लागे, म्हाने प्यारो प्यारो चेत तो महीनो लागे।मीठे रस से भरयोडी गवरल राणी लागे, महाराणी लागे, म्हाने प्यारो प्यारो चेत रो महीनो लागे।
गवरल गवरल नाम रटत है सब कोई परणी कुंवारी। सबको सुहाग भाग देव या गवरल महाराणी।गवरल पूजन से सफल जिंदगानी लागे, जिंदगानी लागे ,म्हाने प्यारो प्यारो चेत तो महीनो लागे।मीठे रस से भरयोडी गवरल राणी लागे, महाराणी लागे, म्हाने प्यारो प्यारो चेत रो महीनो लागे।