कैसे करोगे बेडा पार हरी राम भजन में तो भूल गयी।
Category: विविध भजन
तुम भजो हरि का नाम,
कर्मों का साथी कोई नहीं,
कैसी उल्टी गंगा बहाई कन्हैया तेरी दुनिया में।
हरे कृष्णा का जप कर ले तूं जीवन भर सुख पायेगा
आप आए नहीं और सुबह हो गई। मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
तुम सुनो श्री भगवान लगाकर ध्यान भूल मत जाना, सत्संग में जल्दी आना।
प्यालों राम रस को। एक बार सत्संग में आजा, पड़ जाए चसको।
कलयुग के कथा कीर्तन में कोई राम कहे कोई श्याम कहे
किस्मत के लिखने वाले ने क्या, क्या लिख दिया मेरे नसीबों में
मैंने बैठ गवाई संक्रांति मनोहर हरे हरे मनोहर सुन सजनी।
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