करो म्हारा जिवड़ा एकादशी, सियाराम जी बिना मुक्ति कसी
Category: एकादशी भजन
म्हारे बरत बड़ो एकादशी को
तड़के छे म्हारे एकादशी। कोई मोटा मोटा रोटला कर जो जी
व्रत करो रे भाया एकादशी,
ओम नारायण ओम नारायण मैं जपु,
अन्न नहीं आवे म्हारे काम, आज मारे एकादशी।
ग्यारस को दिन आयो, बलम मोहे मंदिर तो जाने दे।
बातों को कर लो बंद, कथा ग्यारस की सुन लो जी।
मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान जगत में ग्यारस बड़ी महान।
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