Categories
एकादशी भजन

vrat karo re bhaya ekadashi,व्रत करो रे भाया एकादशी,ekadashi bhajan

व्रत करो रे भाया एकादशी,

व्रत करो रे भाया एकादशी, राम जी रे नाम बिना मुक्ति कैसी।व्रत करो रे भाया एकादशी, राम जी रे नाम बिना मुक्ति कैसी।व्रत करो रे भाया एकादशी,

भाई भाई भेला रहकर,, भाई की कमाई भाई खासी। उन करणी रे कारण होवेलो सर्पडो,पेट रगड़तो रामा वो फिरसी, ओ रामा वो फिरसी।व्रत करो रे भाया एकादशी,राम जी रे नाम बिना मुक्ति कैसी।व्रत करो रे भाया एकादशी, राम जी रे नाम बिना मुक्ति कैसी।व्रत करो रे भाया एकादशी,

बहन सुहासिनी रो धन जो खावे, जिन करणी रे कारण बने रे कोडियो।बिन रे कोढ़ रामा हो जासी रे रामा हो जासी।व्रत करो रे भाया एकादशी,राम जी रे नाम बिना मुक्ति कैसी।व्रत करो रे भाया एकादशी, राम जी रे नाम बिना मुक्ति कैसी।व्रत करो रे भाया एकादशी,

पांज पंचो रे बैठ बीच में, झूठी गवाही जो देसी। ओ रामा जो देसी।जिन करणी रे कारण बने रे कागलों, कांव-कांव करतो वो फिरसी। हो रामा वो फिरसी।व्रत करो रे भाया एकादशी,राम जी रे नाम बिना मुक्ति कैसी।व्रत करो रे भाया एकादशी, राम जी रे नाम बिना मुक्ति कैसी।व्रत करो रे भाया एकादशी,

अन् मायू देवे बंदों धन मायू देवे, कन्या रो दान बंदों वो करसी,बंदों वो करसी।जिन करणी रे कारण बंदों होवे राजवीर , पालना में पगड़ो वो धरसी, ओ रामा वो धरसी।व्रत करो रे भाया एकादशी,राम जी रे नाम बिना मुक्ति कैसी।व्रत करो रे भाया एकादशी, राम जी रे नाम बिना मुक्ति कैसी।व्रत करो रे भाया एकादशी,

Leave a comment