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श्याम भजन लिरिक्स

Meri ummid se badhkar kahi har baat se jyada,मेरी उम्मीद से बढ़कर कहीं हर बात से ज्यादा,shyam bhajan

मेरी उम्मीद से बढ़कर, कहीं हर बात से ज्यादा

तूने इतनी खुशी मुझे दी है, मैं हूं तेरा कर्जदार श्यामा। तुझे मिलने से पहले मैं कुछ भी ना था। जिंदगी से गया था हर श्यामा। अब तेरा हूं तु ने संभालना है। चाहे आर रखो चाहे पार रखो श्यामा ,तू नहीं तो रोशन कुछ भी नहीं। तू है तो मेरा संसार श्यामा।

मेरी उम्मीद से बढ़कर, कहीं हर बात से ज्यादा।मेरी उम्मीद से बढ़कर, कहीं हर बात से ज्यादा। श्याम बाबा ने दिया मुझको, मेरी औकात से ज्यादा।मेरी उम्मीद से बढ़कर, कहीं हर बात से ज्यादा।

हो गए श्याम धनी मेरे, खुशी कैसे संभालू में। भला कैसे में बतलाऊं, की कितने वो दयालु है। शब्द कैसे बड़े होंगे, मेरे जज्बात से ज्यादा। तू खाटू में मिला मुझको ,मेरी औकात से ज्यादा।मेरी उम्मीद से बढ़कर, कहीं हर बात से ज्यादा।

यह दुनिया मुझ पर हंसती थी, मैं रोता था बिलखता था।यह दुनिया मुझ पर हंसती थी, मैं रोता था बिलखता था। मैं सुनकर चुप हो जाता था ,मगर कुछ करना सकता था। वो ताने दर्द देते थे, किसी आघात से ज्यादा। श्याम बाबा ने दिया मुझको, मेरी औकात से ज्यादा।मेरी उम्मीद से बढ़कर, कहीं हर बात से ज्यादा।

मुझे खाटू में  प्यारे श्याम, के मंदिर में ले जाएं। मैं उनको देखता जाऊं, बिना पलकों को झपकाए। क्या दुनिया में हंसी होगा, इस मुलाकात से ज्यादा। के खाटू में मिला मुझको, मेरी औकात से ज्यादा।मेरी उम्मीद से बढ़कर, कहीं हर बात से ज्यादा।

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