राम नाम जपना पड़ेगा,कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा। कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।
राम नाम सुबह शाम, जप लेना भाई। जग नीति ह्रदय मे, धर लेना भाई ।सोया हर इंसान जगाना पड़ेगा। कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।
चोला ना रंगना भबूती ना रमाना। मंदिर ना जमना न जंगल भरमना। दीप दया धर्म का जलना पड़ेगा।कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।
भईया न तजना भतीजे न तजना। गृहस्थी को छोड़ बनके, साधु न भजना। गृहस्थी का भार सिर पे उठाना पड़ेगा कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।
गृहस्थी में संत रूप राम ने सिखाया। इससे न श्रेष्ठ रूप कोइ भी न बताया। रास्ते का कांटा उठाना पड़ेगा। कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।
धन धन राम अवध पुर वासी। कहे राजा परम किटोरा निवासी। जपो खुद ब जग को जपाना पड़ेगा ।कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।कलयुग मे जीवन बिताना पड़ेगा।