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श्याम भजन लिरिक्स

Jab koi na samhale samhalta hai shyam,जब कोई ना संभाले  संभालता है श्याम,shyam bhajan

जब कोई ना संभाले, संभालता है श्याम

जब कोई ना संभाले, संभालता है श्याम।जब कोई ना संभाले, संभालता है श्याम। कोई ना कोई रास्ता, निकलता है श्याम।

ऐसा कोई काम नहीं है, श्याम नहीं मेरा कर नहीं सकता। ऐसा दामन बना नहीं जिसे, श्याम धनी मेरा भर नहीं सकता।ऐसा कोई काम नहीं है, श्याम नहीं मेरा कर नहीं सकता। ऐसा दामन बना नहीं जिसे, श्याम धनी मेरा भर नहीं सकता। हो चाहे जैसे किस्मत संवारता है श्याम।कोई ना कोई रास्ता, निकलता है श्याम।कोई ना कोई रास्ता, निकलता है श्याम।

थोड़ा वक्त निकल जाने दे, देवों का सरताज बनेगा। जो ना माने इसकी हुकूमत, दर-दर का मोहताज बनेगा।थोड़ा वक्त निकल जाने दे, देवों का सरताज बनेगा। जो ना माने इसकी हुकूमत, दर-दर का मोहताज बनेगा। जनम जनम का रास्ता सुधारता है श्याम।कोई ना कोई रास्ता, निकलता है श्याम।कोई ना कोई रास्ता, निकलता है श्याम।

मंदिर के पत्थर पत्थर पर, लिखा हुआ हारे का सहारा। मंदिर बहुत बनेंगे लेकिन, बने ना मंदिर ऐसा दोबारा।मंदिर के पत्थर पत्थर पर, लिखा हुआ हारे का सहारा। मंदिर बहुत बनेंगे लेकिन, बने ना मंदिर ऐसा दोबारा। खुद मंदिर की नजरे, उतारता है श्याम।कोई ना कोई रास्ता, निकलता है श्याम।कोई ना कोई रास्ता, निकलता है श्याम।

बनवारी इसकी भक्ति से, विपदा सारी पल में टलेगि। श्याम नाम का मंत्र सुना दे , नईया अपने आप चलेगी।बनवारी इसकी भक्ति से, विपदा सारी पल में टलेगि। श्याम नाम का मंत्र सुना दे , नईया अपने आप चलेगी। जादूगारी मोर छड़ी, संभालता है श्याम।कोई ना कोई रास्ता, निकलता है श्याम।कोई ना कोई रास्ता, निकलता है श्याम।

जब कोई ना संभाले, संभालता है श्याम।जब कोई ना संभाले, संभालता है श्याम। कोई ना कोई रास्ता, निकलता है श्याम।

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