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Mhari mati ri matki ram ram ri by shobha mali,म्हारी माटी री मटकी राम राम री।

म्हारी माटी री मटकी राम राम री।

म्हारी माटी री मटकी राम राम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री। राम राम री राधेश्याम श्याम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।

इन मटकी ने काई सु बनाई,इन मटकी ने माटी सु बनाई।इन मटकी ने काई सु बनाई,इन मटकी ने माटी सु बनाई।छांट पड़े तो गल जावे मटकी।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।राम राम री राधेश्याम श्याम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।

इन मटकी ने काई सु बनाई,इन मटकी ने कागद सु बनाई।इन मटकी ने काई सु बनाई,इन मटकी ने कागद सु बनाई।पवन चले तो उड़ जावे मटकी।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।राम राम री राधेश्याम श्याम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।

इन मटकी ने काई सु बनाई,इन मटकी ने लाख सु बनाई।इन मटकी ने काई सु बनाई,इन मटकी ने लाख सु बनाई।आग लगे तो जल जावे मटकी।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।राम राम री राधेश्याम श्याम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।

इन मटकी ने काई सु बनाई,इन मटकी ने कांच सु बनाई।इन मटकी ने काई सु बनाई,इन मटकी ने कांच सु बनाई।ठोकर लागे तो फूट जावे मटकी।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।राम राम री राधेश्याम श्याम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।

म्हारी माटी री मटकी राम राम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री। राम राम री राधेश्याम श्याम री।म्हारी माटी री मटकी राम राम री।

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