चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा
कलयुग में सतयुग लयावा जी। आपा हरिगुण गावा।चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा।
रूठे बाई बंधु चाहे रूठो जग सारा रे ,
देखो भाया रूठे नाही प्रभु जी हमारा है,
जाकी दया सु भव तर जावा,आपा हरिगुण गावा।चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा।
चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा।
आडोसी पढ़ोसी ने भी संग लेता चालो जी ,
वैरी भी होवे तो भाया गले से लगा लो जी।
हिल मिल चालो सो धना सुख पावा,
आपा हरिगुण गावा।आपा हरिगुण गावा।चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा।
चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा।
गली रे गली में राम धुन लग जावे रे
देखो खेड तहिया सतयुग नही आवे रे,
भवर जगत में ना फिर आवा,आपा हरिगुण गावा।आपा हरिगुण गावा।चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा।
चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा।
चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा
कलयुग में सतयुग लयावा जी। आपा हरिगुण गावा।चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा।