तर्ज,कौन दिशा में लेके चला
कौन से शहर में बना लागी रे नौकरीया ,मोहे बतलाओ ना, मुझसे सरमावो ना संग ले चल रे, हो चल रे, कौन से शहर।
दादी जी तो म्हास्यूं आटो पिसवाव – २ मोटो पीसूं तो दलीयो बताव, मीयो पीसूं तो मैदो बताव।म्हास्यूं सयो रे ना जाय, चुप रयो रे ना जाय। संग ले चल रे, ले चल रे, कौन से शहर
मम्मी जो तो म्हास्यूं फलका बणवावै-२ मोटो पोऊं तो टीकड़ा बताव, पतलो पोवूं तो खांखरा बताव, म्हास्यूं सयो रे ना जाय, चुप रयो रे ना जाय। संग ले चल रे, ले चल रे, कौन से शहर
भाभीजी तो म्हास्यूं झाडु कढ़वावै २ बैठ के काढू तो डोकरी बताव -२ खड़ी खड़ी काढूं तो फूहड़ बताव, म्हास्यूं सयो रे ना जाय, चुप रयो रे ना जाय। संग ले चल रे, ले चल रे, कौन से शहर
देवरीयो तो म्हास्यूं कॉफी बणवावै-२ फीकी बणाऊं तो दाय कोनी आव-२ मीठी बणाऊं तो गंवार बताव -२ म्हास्यूं सयो रे ना जाय, चुप रयो रे ना जाय। संग ले चल रे, ले चल रे, कौन से शहर
कौन से शहर में बना लागी रे नौकरीया ,मोहे बतलाओ ना, मुझसे सरमावो ना संग ले चल रे, हो चल रे, कौन से शहर।