तर्ज: धीरे-धीरे बांसुरी बजावे मेरा कान्हा
धीरे-धीरे पांव घरे म्हारी बनड़ी ર होले होले पांव धरे रे म्हारी बनडी,बन्नो निरखतो आव रे म्हारी बनी अलबेली |२|
दादो जी भी देखे, दादी जी भी देखे |२|देख-देख हर्षाव रे, म्हारी बनी अलबेली।धीरे-धीरे पांव घरे म्हारी बनड़ी ર होले होले पांव धरे रे म्हारी बनडी,बन्नो निरखतो आव रे म्हारी बनी अलबेली |२|
बबोजी भी देखे, बडिया जी भी देखे । २। मोतिड़ा स्यूं ल्याय बधारो रे म्हारी बनी अलबेली।धीरे-धीरे पांव घरे म्हारी बनड़ी ર होले होले पांव धरे रे म्हारी बनडी,बन्नो निरखतो आव रे म्हारी बनी अलबेली |२|
काको जी भी देखे काकी जी भी देखे। रूपीया ल्याय उवारों रे म्हारी बनी अलबेली |२| धीरे-धीरे पांव घरे म्हारी बनड़ी ર होले होले पांव धरे रे म्हारी बनडी,बन्नो निरखतो आव रे म्हारी बनी अलबेली |२|
पापाजी भी देखे मम्मी जी भी देखे |२| सोवन थाल सजावो रे म्हारी बनी अलबेली |२|धीरे-धीरे पांव घरे म्हारी बनड़ी ર होले होले पांव धरे रे म्हारी बनडी,बन्नो निरखतो आव रे म्हारी बनी अलबेली |२|
भूवाजी भी देखे बेनोल्या भी देखे |२|बाड़ रोकवा आई रे म्हारी बनी अलबेली।धीरे-धीरे पांव घरे म्हारी बनड़ी ર होले होले पांव धरे रे म्हारी बनडी,बन्नो निरखतो आव रे म्हारी बनी अलबेली |२|
हंसतो मुसकातो देवर बोल्यो ર लुण राई ल्यार उवारो रे म्हारी बनी अलबेली |२| धीरे-धीरे पांव धरे रे, म्हारी बनी बनो निरखता आव रे, म्हारी बनी अलबेली।